संदेश

#कोरोना #तनाव#krishnaguruji लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पितृ प्राणायाम पितृ ध्यान

 #sarvpitraamawasya #krishnaguruji     (सर्व पितृ अमावस्या विशेष) पितृ योग, पितृ प्राण ायाम, पितृ ध्यान, हमारे पूर्वज शरीर यही छोड़ अंतिम श्वास को वायु में छोड़ विलीन हो गए आज में आपको वायु के माध्यम से कृतज्ञता बताऊंगा अधिकांश लोग अपने पूर्वजों की तारीख तिथि मालूम न होने से असमंजस में रहते हे। उनके लिए  होती हे सर्व पितृ अमावस्या सर्व पितृ अमावस्या पर किया गया तर्पण श्राद्ध सभी पितृ तक पहुंचता हे ।यहां तक वो पितृ जिनके बारे में आपको जानकारी भी नही उन तक भी कृतज्ञता पोहचती हे सामान्यतः सर्व पितृ अमावस्या पर ब्राह्मण भोज तर्पण का विधान हे ।अब की बार आप पितृ प्राण ायाम पितृ ध्यान  भी कर अपने पितृ दोष का निवारण भी कर सकते हे श्राद्ध पक्ष में करे पितृ प्राण ायाम -पितृ दोष का सटीक उपाय कोई कार्य रुक रहा हो ,बार बार काम आखिरी मे आ कर रुक जाता हो,मांगलिक कार्यों मे व्यवधान आता है  ज्योतिष शास्त्र अनुसार जातक पितृ दोष से पीड़ित बताया जाता है पितृ दोष क्या है जातक की पत्रिका में अगर 9th घर में अगर सूर्य ग्रह हो।एवम उसके साथ राहु,केतु,शनि भी साथ ही पितृदोष बनता है।अगर 9वे घर के घर क

कोरोना तुझे सजा जरुर मिलेगी

चित्र
कभी जीवन मे ऐसे भी पल आएगे सोचा ना था।सामने बैठा था मेरे लेकिन वो मेरा न था।ना उसे गले लगा सकता था।ना सीने से लगा सकता था।कोरोना माना तू एक वायरस है।तेरे जैसे वायरस पहले भी आये  चले गए।लेकिन तूने जो इंसान को इंसान से दूर करने की सज़ा दी है बुखार खासी कफ तो हमेशा आते जाते रहते है पर इंसान को इंसान से दूर मत कर।।भले बड़ा अपना कहर मंजूर है तेरा बुखार खासी पर एक माँ को बच्चे से दूर मत कर.  लाख तू सोशल डिस्टनिंग् से दूर कर लेगा।पर दिलो से नही दीवाली ईद पर फिर गले मिलेंगे ।पर तेरे नमो निशान नही मिलेंगे।Tb इबोला स्वाइन फ्लू स्वेन नही को मार भगाया।तेरे भी  वैक्सीन बनाएगे।इंसान से इंसान को दूर करने की सज़ा तुझे अवश्य दिलाएंगे https://youtu.be/aSu4sJnst0I

भिक्षा, दान क्या है।क्यों करे।किसको करे

चित्र
आपके द्वारा दी जाने वाली भीख आप पर अभिशाप तो नही बन रही अपनी भावनाओं ,दया,अज्ञात भय का व्यापार ना होने दे। आइए दान को समझे  DONATION=DO+NATION राष्ट्र निर्माण में दिया गया समय दान कहलाता है समृद्ध राष्ट्र बनता है समृद्ध नागरिकों से।समृद्ध नागरिक की पहचान खुद का एवमखुद के परिवार का   रखना एवम अपने राष्ट्र के असमर्थ नागरिकों की मदद करना असमर्थ नागरिकों की मदद में दिया गया समय, पैसा ,ज्ञान ,एक प्रकार का दान है दान को अधिकांश लोग अर्थ याने पैसे से जोड़ते है  दान क्या है जिस प्रकार तन की शुद्धी जल से।मन की शुद्धी ध्यान से।भोजन की शुद्धी घी से।उसी प्रकार धन की शुद्धी दान से दान  देना  एक स्वभाव होता है।जो बड़े भाग्यशाली लोगो को नसीब होता है .सब कुछ अस्थायी है आपका शरीर ,नाम, यश,जो चीज का निर्माण हुआ है उसका नाश तय है पर एक ऐसा कर्म जो किसी और के लिया किया गया हो  उसका नाश नही होता उसका नाम दान है दान के प्रकार धन दान तन दान मन दान बुद्धी दान तन मन धन बुद्धि के दानों को अगर एक साथ देखने का सोभाग्य सिर्फ सिर्फ एक कन्या के मातापिता को मिलता है जिसे कन्यादान कहते है। (अपने एक जिगर